BIHAR
पद्मश्री सम्मान पाने वाली बिहार के दुलारी देवी के जज्बे को पीएम मोदी ने किया सलाम, कही यें बातें
बीते सोमवार को राष्ट्रपति हॉल में बिहार के पांच विभूतियों को पद्मश्री से नवाजा गया। मिथिला कला में अभूतपूर्व योगदान के चलते बिहार के दुलारी देवी को भी महामहिम ने पद्मश्री से नवाजा। मिथिला से आने वाली दुलारी देवी का सफर मुश्किलों और संघर्षों से भरा रहा है। 12 साल की उम्र में शादी फिर 6 महीने की बेटी को खोने के बाद दूसरों के घर में काम करके 10 हजार से ज्यादा मिथिला पेंटिंग बना चुकी दुलारी देवी लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुलारी देवी के जज्बे को सलाम किया है।
पद्मश्री से सम्मानित होने के बाद दुलारी देवी ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम को अपनी पेंटिंग गिफ्ट किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने दुलारी देवी को जज्बे को सलाम किया। दुलारी देवी के साथ हुई मुलाकात की फोटो शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा कि दुलारी देवी जी उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें #PeoplesPadma से सम्मानित किया गया है। मधुबनी की रहने वाली दुलारी देवी एक प्रतिभाशाली कलाकार हैं। पद्म अलंकरण समारोह के पश्चात पुरस्कार विजेताओं के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान उन्होंने मुझे अपनी कलाकृति भेंट की। उसके लिए उनका आभार और अभिनंदन।
Dulari Devi Ji is among those who has been conferred the #PeoplesPadma. She is a talented artist who hails from Madhubani in Bihar.
During the informal interaction with the awardees after the ceremony, she presented to me her artwork. Humbled by her gesture. My gratitude to her. pic.twitter.com/j0sPPIOGWR
— Narendra Modi (@narendramodi) November 11, 2021
दुलारी देवी बिहार के मधुबनी के राठी गांव से आती हैं। लोग प्यार से उन्हें ‘दुला’ कहते हैं। दुलारी मछुआरा समुदाय से आती है। महज 12 साल की उम्र में जगदेव मुखिया से शादी हो गई थी। 6 महीने की अपनी बेटी को खोने के बाद ससुराल वालों के तानों से परेशान दुलारी दो साल में ही अपने मायके चली आई। यहां आकर उन्होंने मिथिला कलाकार महासुंदरी देवी के घर में कामकाज करने लगी जिसके बदले 6 रूपए मिलते थे। यहा रहकर ही मिथिला कलाकृति सीखी और धीरे-धीरे इसमें महारथ हासिल कर लिया।
बिहारी ही नहीं देश और विदेश से भी दुलारी देवी की पेंटिंग की सराहना होती है। अभी तक 10 हजार से भी ज्यादा मिथिला पेंटिंग बना चुकी दुलारी देवी अपने कला से नई पटकथा लिख चुकी है। दुलारी कहती है कि मेरे लिए पद्मश्री से सम्मानित होना गौरव की बात है। दुलारी इससे पहले भी कई सम्मान से नवाजे जा चुके हैं। साल 1999 में ललित कला अकादमी की ओर से वर्ष 2012-13 में सरकार का प्रतिष्ठित राज्य पुरस्कार उद्योग विभाग द्वारा नवाजा गया था।
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