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बिहार में होगी सेब की खेती, इन जिलों में मई से शुरू होगा उत्पादन, इच्छुक किसान ऐसे करें आवेदन

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अब बिहार के किसान भी सेब की खेती करेंगे। सेब किसानों की आमदनी बढ़ाएगा। राज्य में सेब की खेती की अपार संभावना को देखते हुए कृषि विभाग ने 7 जिलों में सेब की खेती के लिए पायलट प्रोजेक्ट की योजना की शुरुआत की है। 10 हेक्टेयर में विशेष उद्यानिक फसल योजना के तहत सेब की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य के वैशाली, बेगूसराय और भागलपुर में 2-2 हेक्टेयर वहीं मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, वैशाली, कटिहार और समस्तीपुर में एक-एक हेक्टेयर में खेती के लिए 15 जनवरी तक किसानों से आवेदन स्वीकार किया जाएगा। इसकी खेती के लिए एक हेक्टेयर में 2 लाख 46 हजार 250 रुपए की लागत आएगी।

वैशाली जिले के पातेपुर के खेसराही में युवा किसान संजय सिंह ने 800 सेब के पौधे लगाए हैं। उन्होंने बुलंद हौसले से पांच अलग-अलग वैरायटी के रूटस्टॉक वाले पौधे लगाए। जरूरत पर कटिंग व प्रोनिंग करते रहे सही देखभाल से एक पौधे में 20 से 40 किलो तक फल का उत्पादन होता रहा है। दिसंबर व जनवरी के महीने में फूल लगते हैं और मई व जून के बीच फल निकलने लगता है। संजय ने दैनिक भास्कर को बताया कि भागलपुर के नवगछिया के किसान गोपाल सिंह ने 5 एकड़ में सेब की खेती कर रहे हैं। बीते साल से फलों का सप्लाई भी किया जा रहा है।

सेब की खेती के लिए चयन किए गए किसानों को वैशाली जिले के देसरी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में ट्रेनिंग दिया जाएगा। सेव की उन्नत फसल के लिए किसानों को हिमाचल प्रदेश से हरीमन 99 वेराइटी का पौधा मुहैया किया जाएगा। ट्रेनिंग साइट एक पौधे की लागत 200 रुपए के आसपास होगा। किसानों को ट्रेनिंग देने के लिए हिमाचल प्रदेश से एक्सपर्ट भी आएंगे और वहीं से पौधा मंगाया जाएगा। ये बातें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के सहायक निदेशक उद्यान प्रशांत झा ने कहा।

राज्य सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर 15 जनवरी तक ऑन लाइन आवेदन किया जा सकता है। इससे जुड़ी हुई तमाम जानकारी जिला के सहायक निदेशक उद्यान से प्राप्त कर सकते हैं।

उद्यान निदेशक नंद किशोर ने बताया कि कृषि मंत्री अमृत प्रताप सिंह के निर्देशानुसार पायलट प्रोजेक्ट के तहत सेब की खेती पर काम होना शुरू हो गया है। पौधे हिमाचल प्रदेश से आ गए हैं। कुछ किसानों की सफल सेब की खेती के बाद इसकी खेती कराने का फैसला लिया गया है। किसानों को ट्रेनिंग के साथ ही सब्सिडी भी दिया जाएगा। किसानों की आमदनी बढ़ाने में सेब की खेती कारगर साबित होगा।

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