Connect with us

BIHAR

बिहार में मछलियों का हाईटेक बाजार, कोसी के तीनों जिले में बनेगा लाइव फिश वेंडिंग सेंटर, जाने क्या है योजना

Published

on

मछलियों की खरीददारी करते समय अक्सर लोग मछली खरीदते वक्त फ्रेश और जिंदा मछली की मांग करते हैं। ऐसे में उनके लिए खुशखबरी है। अब कोसी के तीन जिलों में लाइव मछलियां खरीद सकेंगे। जहाँ कोसी क्षेत्र में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना व मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना के तहत मत्स्यपालन की कई योजनाएं चलाई जा रही है, वहीं मत्स्यपालकों के रोजगार के लिए कई रणनीति बनाया गया है। इस क्षेत्र में जहां पर प्रखंड मुख्यालयों में मछली बिक्री के लिए आउटलेट स्थापित होगा, वहीं कोसी क्षेत्र के प्रमंडल एवं जिला मुख्यालय में मछली बिक्री की हाइटेक व्यवस्था की जाएगी। इन स्थानों पर भी विदेश व महानगरों की तरह लाइव फिश वेंडिंग सेंटर स्थापित करने के लिए विचार किया जा रहा है। जहां पर लोग अपने मनपसंद की मछली को लाइव देखकर मशीन में रुपये डालकर खरीद सकेंगे।

कोसी क्षेत्र में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा तालाब निर्माण, आद्रभूमि में तालाब, मत्स्य विपणन, मछली का जीरा उत्पादन, फिश फीड मिल स्थापना, नर्सरी तालाब, आदि के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। मत्स्य पालन के इन सारी योजनाओं के अलावा केसीसी और बीमा की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन योजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए मत्स्यपालकों को विभिन्न संस्थानों व मछली उत्पादन वाले स्थलों पर ले जाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे मत्स्यपालकों को काफी लाभ मिलने की उम्मीद है।

शहरी क्षेत्र में लाइव फिश वेडिंग सेंटर की स्थापना के लिए मत्स्यपालकों को सरकार की ओर से अनुदान भी दिया जाएगा। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत वेडिंग सेंटर की स्थापना हेतु पुरूष मत्स्यपालक को लागत मूल्य पर प्रति यूनिट 40 फीसद तथा महिला और अनुसूचित- जाति- जनजाति को 60 फीसद अनुदान दिया जाएगा। कोसी क्षेत्र में मत्स्यपालन की बहुत बड़ी संभावना है। योजनाबद्ध तरीके से मत्स्यपालन और बिक्री से मत्स्यपालकों की स्थिति में काफी सुधार होगा,साथ हीं इलाके की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत लाइव फिश वेडिंग सेंटर भी स्थापित किए जाने की योजना है। जो इलाके के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है।

Trending