BIHAR
बिहार के इन दो स्टेशनों के बीच जल्द चलेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन, साथ हीं सीमांचल को नई ट्रेनों की सौगात
कटिहार-जोगबनी रेल लाइन पर जल्द ही इलेक्ट्रिक ट्रेने दौड़ेगी। 108 किमी रेलवे लाइन के विद्युतीकरण का कार्य मार्च तक पूरा हो जाएगा। विद्युतीकरण कार्य पूर्ण होने के बाद सीमांचल को नई ट्रेनों की सौगात मिलने वाला है। अभी दिल्ली जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन, सीमांचल एक्सप्रेस के अलावा हाटे बाजारे और जोगबनी-कोलकाता एक्सप्रेस ही है।
इलेक्ट्रिक ट्रेन से यात्रा करने में समय की भी बचत होगी। कटिहार और जोगबनी के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी। इधर, पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन से मधेपुरा तक विद्युतीकरण का कार्य काफी तेजी से हो रहा है। जनवरी से फरवरी माह तक यह पूरा हो जाएगा। इसके बाद पूर्णिया से मधेपुरा और सहरसा के बीच भी इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलेंगी जिससे लोगों का आवागमन सुगम हो जाएगा। कटिहार-जोगबनी रेल खंड पर पहले छोटी लाइन थी। एक दशक पहले बड़ी लाइन बनी। इसी तरह पूर्णिया-सहरसा रूट पर भी बड़ी लाइन का निर्माण एक दशक पहले हो चुका है।
पूर्णिया को ट्रेनों की कमी होने से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्णिया रेलवे जंक्शन होकर अभी दो जोड़ी लोकल और तीन जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनें ही चल रही हैं। सीमांचल एक्सप्रेस जो पूर्णिया होते हुए दिल्ली तक जाती हैं। हाटे बाजारे सप्ताह में दो दिन सहरसा से पूर्णिया होते हुए कोलकाता जाती है। जोगबनी-कोलकाता भी सप्ताह में दो दिन ही हैं। कटिहार-जोगबनी के बीच दो जोड़ी ही लोकल ट्रेनें हैं। कोरोना से पहले सात जोड़ी ट्रेनें चलती थी।
विद्युतीकरण कार्य पूर्ण होने के बाद सामानों की ढुलाई में भी सहूलियत होगी अधिक समय नहीं लगेगा। पूर्णिया में सरसी, रानीपतरा, गढ़बनैली समेत अन्य रेलवे स्टेशनों पर बने रैक प्वाइंट से सामानों को भेजने और लाने में आसानी होगी। विद्युतीकरण कार्य पूरा होने के बाद गुड्स ट्रेनें भी दौड़ेगी। पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज का भी यात्रियों के अलावा ट्रैक पार करने वाले लोगों को भी लाभ हो रहा है।
-
BIHAR2 years ago
Arya-Go का स्पेशल पैकेज,अब मात्र 21 हजार में मिलेगा 21 कारों का काफिला
-
BIHAR2 years ago
बिहार में स्कूलों का अवकाश कैलेंडर जारी, जानें 2022 में स्कूलों में कितने दिनों की होंगी छुटियाँ
-
STORY3 years ago
मां चलाती थीं पेट्रोल पंप और सिर्फ 22 साल की उम्र में बेटी UPSC क्रैक कर बनी IAS अधिकारी