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बिहार के सारण जिले की ग्रेजुएशन की छात्रा ने बनाया कीर्तिमान, महज 22 साल की उम्र में बनी मुखिया

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बिहार में पंचायत चुनाव अभी जारी है। बिहार पंचायत चुनाव के आठवें चरण के मतगणना के परिणाम सामने आ रहा है। परिणाम में इस बार कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सारण जिले से राज्य की एक और सबसे कम उम्र की मुखिया के रूप में 22 साल की अंजनी ने जीत दर्ज की है। बनियापपुर प्रखंड के राम धनाव पंचायत से मुखिया चुनी गई है। जीत के बाद बनियापुर प्रखंड के राम धनाव पंचायत में हर तरफ खुशी का माहौल है। तथा आतिशबाजी कर जश्न मनाया जा रहा है। हर तरफ लोग बधाई दे रहे है। मुखिया का कहना है कि पंचायत के विकास के लिए वह काम करेंगी

अंजनी ने सारण जिले के सबसे कम उम्र में मुखिया बनने का कीर्तिमान अपने नाम किया है। राम धनाव पंचायत की रहने वाली अंजनी स्नातक पार्ट 3 की छात्रा है। साथ ही वह एक नेटवर्क कंपनी में मार्केटिंग का भी काम करती है। अंजनी को कुल 1653 मत मिले जबकि उसके निकटतम प्रतिद्वंदी आशा देवी को महज 1339 मत प्राप्त हुए हैं। इस तरह से अंजनी ने 314 मतों से जीत हासिल की है।

अंजनी ने कहा कि- चाचा प्रभुनाथ मांझी द्वारा किए गए सामाजिक कार्यो के कारण पंचायत की जनता ने मुझ पर जो भरोसा जताया है। उस विश्वास को मैं कभी टूटने नहीं दूंगी और पंचायत का सर्वांगीण विकास करना ही मेरा लक्ष्य रहेगा। कम उम्र में मुखिया का चुनाव जीतने से घर परिवार और स्थानीय लोगों में भी काफी खुशी का माहौल है।

अंजनी के चाचा व सामाजिक कार्यकर्ता प्रभुनाथ मांझी ने बताया कि राम धनाव पंचायत सीट सामान्य महिला के लिए था। जिसमें कुल 11 उम्मीदवार मैदान में थे 11 में से 10 उम्मीदवार सामान्य वर्ग से थे। इसके बावजूद जनता ने अनुसूचित जाति की इस लड़की पर भरोसा जताया और उसे जीत का माला पहनाया। यह देखकर काफी अच्छा लगा कि लोग अब जाति समाज के भेदभाव से ऊपर उठकर पंचायत के विकास के लिए शिक्षित एवं स्वच्छ छवि के उम्मीदवार को अपने जनप्रतिनिधि के रूप में पसंद कर रहे हैं।

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