BIHAR
बिहार के सारण की सबिता 29 राज्यों का साईकल से कर चुकी है यात्रा, ऊंचे पर्वतों को भी कर चुकी है फतह
सारण की बेटी सविता ने एक बार फिर देशभर में बिहार का नाम रौशन किया है।बेटियां हर क्षेत्र में परचम लहरा रहीं हैं। इससे पहले पानापुर गांव निवासी सबिता महतो साइकिल से 173 दिनों में 29 राज्यों की यात्रा कर कीर्तिमान बनाया हैं। इस यात्रा के दौरान उन्होंने लोगों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। महिला सुरक्षा अभियान के तहत वह नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और श्रीलंका की भी यात्रा कर चुकी हैं। इतना ही नहीं 14 पहाड़ों की चोटियों पर तिरंगा लहरा चुकीं हैं। सबिता के पिता चौहान महतो कोलकाता में मछली बेचते हैं। मां कांति देवी गृहिणी हैं।
माउंट एवरेस्ट को फतह करने का लक्ष्य हासिल करने के लिए सबिता महतो बिहार सरकार से आर्थिक मदद चाहती हैं। उन्होंने बताया इतने पैसे खर्च करने के लिए मेरा परिवार सक्षम नहीं है। मंत्री ने पूर्ण सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया है। सबिता वर्ष 2018-19 में माउंट एवरेस्ट के लिए भारतीय संस्था से चयनित हुई। इसके साथ ही वर्ष 2020-21 में भी माउंट एवरेस्ट के लिए भारतीय पर्वतारोहण संस्था से टॉप-15 में अपनी जगह बनाई, लेकिन पैसों के अभाव में वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए नहीं जा सकीं। साबिता ने बताया कि जनप्रतिनिधियों से आग्रह की हूं, ताकि उनके सहयोग से मैं एवरेस्ट पर चढ़ाई कर अपने क्षेत्र, राज्य और देश का नाम रोशन कर सकूं।
सबिता महतो अब तक एक दर्जन पर्वतों पर फतह पा चुकीं हैं। इनमें कामेट पर्वत, जिसकी ऊंचाई 7756 मीटर है। 7075 मीटर ऊंचा सतोपंथ, स्टोक कांगरी, इसकी ऊंचाई 6121 है। 6831 मीटर ऊंचा रेनॉक पीक, 6400 मीटर ऊंचा कांगत्से-1, 6222 मीटर ऊंचा गौरीचिन पूर्व, 6311 मीटर ऊंचा जोजांगो, 6250 मीटर ऊंचा कांगत्से-2, 6596 मीटर ऊंचा मणिरंगी, 7120 मीटर ऊंचा त्रिशुल पर्वत, 5600 मीटर ऊंचा अनाम पीक शामिल हैं।
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