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22 साल की उम्र में IAS बनी सिमी करन, इंजीनियरिंग के वक्त इस बात ने किया आईएएस बनने पर मजबूर

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हर साल संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी शामिल होते हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए कम से कम 21 साल अभ्यर्थी की उम्र होनी चाहिए। परीक्षा इतनी मुश्किल होती है कि अभ्यर्थियों को पास करने में लंबा वक्त लग जाता है। लेकिन कई ऐसे अभ्यर्थी होते हैं जो पहले ही प्रयास में इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते हैं। ऐसी ही कहानी है आईएएस अधिकारी सीमी करन की जिन्होंने आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग करने के बाद यूपीएससी में कामयाबी पाई और लोगों के लिए मिसाल पेश कर दी।

इंसान दृढ़ प्रतिज्ञ से अपने लक्ष्य को हासिल कर लेता है। मजबूत इच्छाशक्ति और दृढ़ निश्चय से महज 22 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बनी सिमी करन की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा है। इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने यूपीएससी में सफलता हासिल की है। सिमी ओडिशा से आती है।

ओडिशा के रहने वाली सिम्मी का बचपन छत्तीसगढ़ के भिलाई में बिता। मां टीचर थी और पिता भिलाई के स्टील प्लांट में नौकरी करते थे। शुरुआती पढ़ाई लिखाई भी भिलाई में ही हुई। साल 2019 में यूपीएससी में देशभर में 31 वां रैंक के साथ उन्होंने कामयाबी पाई। सिलेबस को अच्छी तरह समझने के लिए उन्होंने इंटरनेट का मदद लिया। किताब को इकट्ठा करके उन्होंने सिलेबस को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटा। यूपीएससी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए सिमी कहती है कि सीमित किताबें रखकर बार-बार रीविजन करने से तैयारी बेहतर होती है।

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