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साइंस छोड़ हयूमैनिटिज़ लेने पर लोगों ने बनाया मज़ाक, फिर पहले ही प्रयास में UPSC क्रैक कर बने IFS
सटीक रणनीति और निरंतर मेहनत के साथ ही सफलता मिलती है इसे साबित किया है आईएएस अधिकारी विक्रम ग्रेवाल ने। देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी को पहले ही प्रयास में क्लियर कर आईएफएस बने विक्रम ग्रेवाल की कहानी यूपीएससी अभ्यर्थी के लिए फायदेमंद हो सकती है। हरियाणा से आने वाले विक्रम के पिता भारतीय थल सेना में सैनिक है। पिता की नौकरी के दौरान अलग-अलग जगह हस्तांतरण वाली राजा विक्रम की पढ़ाई भी विभिन्न जगहों पर हुई। पढ़ाई में विक्रम शुरू से ही होनहार छात्र रहे हैं।
दसवीं की पढ़ाई पूरी करते हैं उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के लिए मन बना ली। साइंस स्ट्रीम से 12वीं की पढ़ाई 97 प्रतिशत अंकों के साथ कंप्लीट की। फिर मन बदला और आर्ट्स स्ट्रीम से दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। इस फैसले से उनके घर वाले भी खासा नाराज थे। लेकिन विक्रम इन सबों की परवाह किए बगैर ही यूपीएससी की बेहतर तैयारी के लिए आर्ट्स स्ट्रीम से ही ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। इतिहास विषय को वैकल्पिक विषय में रखकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
2 साल तक यूपीएससी की तैयारी की। यूपीएससी की परीक्षा दी और साल 2018 के घोषित नतीजे में ऑल इंडिया 51वीं रैंक हासिल कर आईएफएस अधिकारी बन गए। पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्लियर करने पर विक्रम के परिवार वाले बेहद खुश थे। यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए विक्रम कहते हैं कि सेल्फ स्टडी अरेबियन पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए जिससे सफलता में मदद मिलती है।
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