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सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने स्टेशनों की सूची में पहले स्थान पर है पटना जंक्शन, देखें टॉप 30 स्टेशनो के नाम
पूर्व मध्य रेल के अधिक राजस्व वाले टॉप 30 स्टेशनों की सूची में पहले स्थान पर फिर से पटना जंक्शन काबिज है तथा दूसरे स्थान पर फिर से दानापुर, तीसरे पर मुजफ्फरपुर, चौथे पर दीनदयाल उपाध्याय (मुगलसराय) और पांचवें पर दरभंगा जंक्शन है।
पिछली सूची में 12 वें स्थान पर रहने वाला गया स्टेशन इस बार छठे स्थान पर पहुंच गया है। समस्तीपुर जंक्शन की रैंकिंग में इस बार सुधार हुआ है। नौ से घटकर सातवें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं धनबाद एक नंबर आगे आठवें स्थान पर पहुंच गया है। पटना जिले का राजेंद्रनगर टर्मिनल एक पायदान नीचे नौवें स्थान पर पहुंच गया है। पटना का ही सातवें स्थान पर रहने वाला पाटलिपुत्र स्टेशन इस बार 14 वें स्थान पर है। ग्यारह पर रहने वाला बक्सर इस बार दसवें और आरा ग्यारहवें स्थान पर है। बरौनी एक पायदान आगे 12 वें नंबर पर पहुंच गया है। टॉप 30 के सबसे निचले पायदान पर अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन का नाम है।
बता दें कि आरक्षित और अनारक्षित टिकट बिक्री से एक अप्रैल से 30 सितंबर 2021 तक पांच माह में मिले राजस्व को आधार बनाते टॉप 30 स्टेशनों की सूची रेलवे ने जारी की है। राजेश कुमार सिंह नामक व्यक्ति के द्वारा मांगे गए आरटीआई के जवाब में पूर्व मध्य रेल मुख्यालय के डिप्टी सीसीएम यात्री सुविधा ने अधिक राजस्व वाले टॉप 30 स्टेशनों की सूची उपलब्ध कराई है। 13वें स्थान पर काबिज सहरसा स्टेशन से नीचे पाटलिपुत्र, हाजीपुर, कोडरमा, डेहरी ऑन सोन, कियूल, बापूधाम मोतिहारी और सासाराम स्टेशन हैं। बीसवें स्थान वाले सासाराम से नीचे मधुबनी, खगड़िया, सोनपुर, बेतिया, जयनगर, बेगूसराय, रक्सौल, बगहा और सकरी स्टेशन हैं।
एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक साल भर के लिए जारी पूर्व मध्य रेल के टॉप 30 स्टेशनों की सूची में बेगूसराय सबसे नीचे था। इस बार एक अप्रैल से 30 सितंबर 2021 तक जारी हुई पूर्व मध्य रेल के टॉप स्टेशनों की सूची में बेगूसराय ने चार पायदान छलांग लगाते 26 वें स्थान पर जगह बनाई है।
ट्रेनों की संख्या बढ़ी और पिक सीजन होने के कारण सहरसा स्टेशन का टिकट बिक्री से रेल राजस्व पांच माह में ही 25 करोड़ 18 लाख 27 हजार 445 रुपए पर पहुंच गया। आरक्षित टिकटों की बिक्री से 24 करोड़ 29 लाख 79 हजार 690 रुपए और अनारक्षित टिकटों से 88 लाख 47 हजार 755 रुपए मिले। वहीं कोरोना काल में ट्रेन परिचालन बंद रहने और फिर नाममात्र के कुछ ट्रेन के चलने के वाबजूद एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2022 तक साल भर में सहरसा जंक्शन से 28 करोड़ 88 लाख 73 हजार 658 रुपए राजस्व टिकट बिक्री से हासिल हुए थे।
अगर अमृतसर को चलने वाली जनसेवा, जनसाधारण जैसी ट्रेनें चलती तो सहरसा से मिले राजस्व में और भी इजाफा होता। पूर्णिया और समस्तीपुर रूट की बंद पैसेंजर ट्रेनें चलती तो और रेवेन्यू मिलते। वहीं पुरबिया पहले की तरह दो दिन चलती तो इससे भी राजस्व बढ़ता।
जारी हुई सूची के अनुसार क्रमवार 1. पटना 2. दानापुर 3. मुजफ्फरपुर 4. दीनदयाल उपाध्याय 5. दरभंगा 6. गया 7. समस्तीपुर 8. धनबाद 9. राजेंद्रनगर टर्मिनल 10. बक्सर 11. आरा 12. बरौनी 13. सहरसा 14. पाटलिपुत्र 15. हाजीपुर 16. कोडरमा 17. डेहरी ऑन सोन 18. कियूल 19. बापूधाम मोतिहारी 20. सासाराम 21. मधुबनी 22. खगड़िया 23. सोनपुर 24. बेतिया 25. जयनगर 26. बेगूसराय 27. रक्सौल 28. बगहा 29. और सकरी 30. अनुग्रह नारायण रोड शामिल हैं।
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