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राजधानी पटना में 137 किमी लम्बी रिंग रोड का होगा निर्माण, केंद्र सरकार ने दी सैद्धांतिक सहमति

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बिहार राज्य में यातायात की व्यवस्था सुगम की जा सके इसके लिए पथ निर्माण विभाग लगातार नई योजनाएं ला रही है। दरसल बिहार के कई प्रमुख शहरों में रिंग रोड निर्माण का प्रस्ताव है। जो फिलहाल अभी सिर्फ राजधानी पटना में रिंग रोड का निर्माण किया जा रहा है लेकिन, पिछले दिनों पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने राजधानी पटना के तर्ज पर ही प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में रिंग रोड निर्माण के लिए केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की थी।

हालांकि अब यह खबर मिली है कि चयनित 5 शहरों में से 3 शहरों का नाम फाइनल हो गया है। ये 3 शहर हैं भागलपुर, गया एवं मुजफ्फरपुर, जबकि शेष दो शहरों में भोजपुर, कटिहार, बेगूसराय, छपरा, दरभंगा पर विचार हो रहा है। केंद्र सरकार ने इस प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है।मिले सूत्रों के अनुसार शहरों के चयन की प्रक्रिया जारी है।

प्रतीकात्मक चित्र

राजधानी पटना के अतिरिक्त राज्य के अन्य प्रमुख शहरों की उपयोगिता, ऐतिहासिक महत्व, पर्यटकीय दृष्टिकोण एव बढ़ते ट्रैफिक लोड और लोगों को सुविधायुक्त सफर के उद्देश्य से मंत्री ने यह रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। केंद्र सरकार की सैद्धांतिक सहमति मिलते ही शहरों के चयन प्रक्रिया का काम शुरू हो जाएगा।

विभागीय अधिकारियों द्वारा मिली गैर आधिकारिक जानकारी के मुताबिक भोजपुर और दरभंगा में रिंग रोड निर्माण के लिए लगभग सहमति बन गई है। ट्रैफिक लोड सर्वे के बाद इन पांचों शहरों का नाम केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय को भेजा जाएगा ताकि आगे काम हो सके। यदि केंद्र की सहमति हुई तो अन्य शहरों में भी रिंग रोड का निर्माण करने में राज्य सरकार सहयोग करेगी। इसमें चयनित शहरों की नई-पुरानी सड़कों को शामिल किया जाएगा।

राजधानी पटना में जो रिंग रोड का निर्माण किया जा रहा है वह बिहटा में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास से शुरू होकर कन्हौली होते हुए नौबतपुर, डुमरी, बेलदारीचक, रामनगर, सबलपुर, बिदुपुर (वैशाली), सराय, अस्तिपुर, नयागांव, दिघवारा (सारण), शेरपुर होते हुए कन्हौली में आकर मिल जाएगा। इस परियोजना का काम दो चरणों में किया जा रहा है। हालांकि इसके निर्माण के लिए सरकार ने पहले ही स्वीकृति दे दी है। केंद्र व राज्य सरकार की इस साझा इस परियोजना में 15 हजार करोड़ की लागत है। जो 137.5 किमी लंबी 4 और 6 लेन सड़क बनाई जाएंगी। साथ ही, गंगा नदी पर 2 नए पुल का भी निर्माण किया जाना हैं। रिंग रोड में गंडक नदी पर वर्तमान पुल के बगल में एक नए पुल का निर्माण होगा।

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