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यूपीएससी परीक्षा के पहले प्रयास में असफलता, दूसरे प्रयास में IRS और तीसरे प्रयास में बनी IAS

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राजस्थान के जयपुर से आने वाली आशिमा मित्तल पढ़ाई में शुरू से ही होनहार छात्रा रही। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी की। यहां उन्होंने बेहतरीन रैंक लाकर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे में दाखिला लिया। सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल कि इसके बाद बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी लगी। इसी दौरान यूपीएससी परीक्षा के तरफ झुकाव हुआ लिहाजा आशिमा ने नौकरी छोड़ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।

परिवार वाले भी आशिमा की प्रतिमा को देख यूपीएससी परीक्षा की तैयारी पर जोर देने को कहा। पहले प्रयास में आशिमा ने प्री और मेन्स परीक्षा पास कर ली, लेकिन इंटरव्यू क्लियर नहीं कर पाई। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी छोड़ दी। एक इंटर्नशिप के लिए राजस्थान के दूरदराज के गांव में जाना हुआ जहां उन्होंने गांव के बदतर हालात को देखते हुए एक बार फिर सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।

दूसरे प्रयास में ही आशिमा ने सफलता पाई। साल 2016 के यूपीएससी घोषित नतीजे में 328वीं रैंक हासिल की। आशिमा को इंडियन रेवेन्यू सर्विस में अधिकारी के लिए चयनित हुआ। लेकिन आशिमा को आईएएस अधिकारी बनना था, इसलिए उन्होंने तीसरी बार परीक्षा दी। इस बार उन्होंने सफलता का परचम लहराते हुए साल 2017 के घोषित नतीजे में 12 वीं रैंक हासिल की और बन गई आईएएस अधिकारी। आशिमा सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए कहती है असफलता मिलने के बाद दोगुने उत्साह से प्रयास करना चाहिए। पढ़ाई के साथ ही नियमित रिवीजन भी करते रहना चाहिए।

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