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भारतीय छात्रा विनिशा का दुनिया कर रही तारीफ, अमेरिकी राष्ट्रपति और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने किया सम्मानित

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सफलता किसी उम्र और परिचय की मोहताज नहीं होती। इसे साबित किया है भारत की इस बेटी ने। तमिलनाडु से आने वाली 15 साल की स्कूली छात्रा विनीशा उमाशंकर ने अपनी कामयाबी से मिसाल पेश कर दी है। ग्लासगो मैं दिए गए विनीशा के भाषण को स्टैंडिंग ओवेशन मिला है। विनीशा ने एक अनोखा अनुसंधान किया है जिसकी चर्चा चारों ओर रही है।

ग्लास्को में हो रहे जलवायु परिवर्तन से मुकाबले के लिए विश्व के तमाम बड़े नेता कॉप-26 सम्मेलन में शिरकत कर रहे थे। तमिलनाडु की 15 वर्षीय विनीशा भारत का प्रतिनिधित्व कर रही थी। विनीशा के भाषण खत्म होते ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेश के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सहित कई देशों के प्रमुखों ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया।

विनीशा ने अपने भाषण में कहा, ‘मैं भारत की बेटी नहीं हूं मैं इस धरती की बेटी हूं। मेरी पूरी किए गए कार्यों के परिणाम देखने के लिए पढ़ी हमेशा जीवित रहेगी। जिसकी चर्चा हम आज कर रहे हैं अब समय आ गया है कि हम बात करने के बजाय काम पर तवज्जो दें।’ विनीशा ने सौर ऊर्जा से चलने वाली स्त्री बनाई है जो 5 घंटे की धूप से 6 घंटे के लिए बिजली का संचार करेंगी। विनीशा के इस अद्भुत अनुसंधान की हर कोई तारीफ कर रहा है। उनके इस कामयाबी से और कोई उनकी प्रतिभा को सलाम कर रहा है। हमें भी इस सफलता पर गर्व है।

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