BIHAR
बिहार सरकार की पहल, इन शहरों में ‘तरकारी मार्ट’ से ऑनलाइन आर्डर कर घर मंगाए सब्जियां
ऑनलाइन सब्जी मंगाने के लिए अब कैश का कोई लफड़ा नहीं रहेगा। बेजफेड ने तरकारी मार्ट से सब्जी की खरीदने के लिए ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा शुरू कर दी है। अब ऑनलाइन आर्डर देने वाले पर यह निर्भर करता है कि वह पेटीएम से पेमेंट करे या क्रेडिट कार्ड से।
हालांकि कोविड के प्रभाव को रोकने एवं लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने के लिए यह नयी व्यवस्था शुरू की गयी है। तरकारी मार्ट ने 2 महीने से भी कम समय में 12 लाख का कारोबार किया है। सिर्फ राजधानी पटना में ही 4 हजार से अधिक उपभोक्ता हैं। 1 लाख 80 हजार के ब्यूअर फेसबुक, ट्विटर , इस्ट्रांग्राम आदि के जरिये जुड़े हुए हैं।
वेजफेड, बिहार (TARKAARI) एवं मदर डेयरी (SAFAL) नई दिल्ली के बीच आज व्यवसायिक संबंध का शुभारंभ किया गया। किसानों द्वारा वेजफेड के इस प्रयास पर खुशी जाहिर की गई कि अब उनके उत्पादों के विपणन में आसानी होगी एवं उचित मूल्य भी प्राप्त होगा। #VegFed #BrandTarkaari #VocalForLocal #SAFAL pic.twitter.com/z16drqQsuY
— Co-operative Department, Bihar (@DeptCooperative) February 18, 2021
बीते मई महीने में शुरू हुई इस सेवा को विस्तार देते हुए दरभंगा एवं मुजफ्फरपुर में भी तरकारी मार्ट शुरु की गयी है। साथ ही अमेजन-फ्लिपकार्ट के जैसे ही भुगतान के लिए ऐप बनाया गया है। भुगतान के नए विकल्प से डिलिवर करने वालों को भी राहत मिली है। एनडाइड मोबाइल वर्जन पर भी सब्जी के मूल्य भुगतान के लिए सभी विकल्प हैं। अब कोई भी उपभोक्ता वेबसाइट तरकारी मार्ट डॉट इन (www.tarkaarimart. in) पर जाकर आर्डर के साथ आॅनलाइन पेमेंट भी कर सकता है। नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डेविड कार्ड और यूपीआइ किसी से भी पेमेंट हो सकता है।
बेजफेड अपनी ब्रांडिंग को बेहतरीन बनाने के लिए अब सब्जी की पैकिंग पर ध्यान देगा। अभी तक सब्जी की पैकिंग खुली होती है। दुकानदार जिस पॉलीथिन में भरकर सब्जी देते हैं, वैसी ही सब्जी घरों तक आती है। हालांकि, तरकारी मार्ट पॉलीथिन की जगह कपड़े के छोटे बैग का प्रयोग करता है, यह बैग कमजोर भी होते हैं।
बेजफेड के CEO सुभाष कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में सब्जी मल्टीनेशनल कंपनियों के उत्पाद की तरह नए कलेवर वाली पैकिंग में डिलेवर की जाएगी। इसकी तैयारी हो चुकी है टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। सुभाष कुमार ने यह भी बताया कि सब्जी की गुणवत्ता यदि अच्छी न हो तो उसे वापस कर दिया जाये।
कुछ लोगों ने शिकायत की थी फिर इस मामले की जांच करायी गयी, तो पता चला कि पानी लगे खेत की सब्जी पहुंचा दी गयी थी। इस कारण सब्जी देखने मे अच्छी थी, लेकिन अंदर से खराब। किसानों को गुणवत्ता को लेकर चेतावनी दी गयी है। और उपभोक्ताओं से भी अनुरोध की गयी है कि वह सब्जी लेने के बाद पैकिंग में ही बंद न रखें।
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