BIHAR
बिहार के लाल ऋषभ ने राष्ट्रीय जूडो चैंपियनशिप में बिहार को दिलाया पहला स्वर्ण पदक
इस साल चंडीगढ़ में आयोजित होने वाला राष्ट्रीय जूडो चैंपियनशिप में बिहार के ऋषभ ने स्वर्ण पदक जीतकर जिले के साथ-साथ पूरे राज्य का मान बढ़ाया है साथ ही अपने परिवार का भी नाम रोशन किया। ऋषभ बिहार के लखीसराय जिले में स्थित बढ़िया नगर पंचायत के वार्ड संख्या 3 के रहने वाले हैं। चंडीगढ़ में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में राज्य के विभिन्न जिलों से 34 सब जूनियर और कैडेट प्रतिभागियों ने भाग लिया। ऋषभ 66 किलोग्राम वजन श्रेणी में लगातार पांच राज्य के खिलाड़ियों को हराकर यह स्वर्ण पदक हासिल किया ।
ऋषभ जुडो के क्षेत्र में बिहार को उपलब्धि दिलाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। ऋषभ के साथ लखीसराय से दो और खिलाड़ी मुकुल कुमार और रामजी कुमार, अच्छा प्रदर्शन करते हुए पहले और दूसरे मुकाबले में बाहर हो गए । इस जूडो चैंपियनशिप में पांच मुकाबलों में ऋषभ ने पंजाब, तेलंगाना, ओडिसा, तमिलनाडु और हरियाणा के खिलाड़ियों को हरा कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इससे पहले ऋषभ वर्ष 2018 और 2019 में हिमाचल प्रदेश में हुए राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने का गौरव हासिल कर चुके हैं। सफल हुए प्रतिभागी को पंजाब के सांसद प्रताप सिंह बाजवा के हाथों मेडल और प्रशस्ति पत्र दिया गया।
ऋषभ मिड पॉइंट पब्लिक स्कूल में दसवीं के छात्र है। ऋषभ के इस उपलब्धि की सूचना मिलते ही बधाई देने के लिए प्रदेश के खेल मंत्री आलोक रंजन, बिहार जूडो के कोच विकास कुमार, अध्यक्ष रूपा रानी, दानापुर विधायक रीतलाल यादव, लखीसराय के कोच घनश्याम कुमार, जिला खेल पदाधिकारी परिमल, मनेर के पूर्व विधायक सूर्यदेव त्यागी, जूडो संघ के संरक्षक सदस्य विकास कुमार समेत नैतिक सिंह, विद्यालय के प्राचार्य राजाराम कुमार, निदेशक मनोज कुमार, शशिकांत मिश्रा, सौरव कुमार आदि ने शुभकामनाएं भेंट की। ऋषभ ने कहां कि राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतना चैलेंज था जिसे पूरा करने में मेरे स्वजनों, गुरुजनों, माता-पिता व कोच का पूरा-पूरा सहयोग रहा। ऋषभ की उपलब्धि से जिले के लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला।
- BIHAR3 years ago
Arya-Go का स्पेशल पैकेज,अब मात्र 21 हजार में मिलेगा 21 कारों का काफिला
- BIHAR3 years ago
बिहार में स्कूलों का अवकाश कैलेंडर जारी, जानें 2022 में स्कूलों में कितने दिनों की होंगी छुटियाँ
- STORY3 years ago
मां चलाती थीं पेट्रोल पंप और सिर्फ 22 साल की उम्र में बेटी UPSC क्रैक कर बनी IAS अधिकारी