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बिहार के मधुबनी जिले में 1700 एकड़ में बनेगा राज्य का सबसे बड़ा इथेनॉल प्लांट

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एसके चौधरी शिक्षा न्यास के द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, चानपुरा बसैठ में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य महोत्सव के दौरान 6 सह मेगा एग्री एक्स्पो के तीसरे दिन सोमवार को कार्यक्रम का उदघाटन उद्योग मंत्री सैयद शहनवाज हुसैन ने किया। मंत्री शहनवाज ने कहा कि जल्द ही मधुबनी के लोहट में बिहार का सबसे बड़ा इथेनॉल प्लांट स्थापित होगा।

उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमानों के लिए भारत जैसा देश, नरेन्द्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री एवं हिन्दू जैसा दोस्त कहीं नहीं मिल पाएगा। आज हमारे पीएम नरेन्द्र मोदी एवं भारत की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। कहा कि अभी तक पुर्णिया, आरा, गोपालगंज, परवता सहित चार इथेनॉल प्लांट स्थापित हुए हैं। वहीं मिथिला को विकास एवं उद्योग से जोड़ने के लिए व्यापक कार्य योजना के अंतर्गत कार्य किए जा रहे हैं। दरभंगा में अशोक पेपर मिल एवं पंडोल में सूत मिल के मामले को सुलझाने में लगे हैं।

उद्योग विभाग का 1600 करोड़ का बजट है। 19 लाख लोगों को रोजगार देने की जिम्मेवारी है। वर्ष 2025 तक सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में कार्य करना है। बिहार और मिथिलांचल में विकास एवं उद्योग का जाल बिछेगा। मेगा टेक्सटाइल के लिए 1700 हेक्टेयर भूमि की तलाश की जा रही है। मंत्री ने एसके चौधरी शिक्षान्यास के अध्यक्ष डा. संत कुमार चौधरी के कार्यों की तारीफ में कहा कि देश में 51 संस्थानों की स्थापना कर इन्होंने बेहतरीन कार्य किया है।

मधुबनी के भाजपा सांसद डा. अशोक कुमार यादव ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। बिहार का मिथिला खेती पर निर्भर है। बाढ़, सुखाड़ व पलायन यहां की गंभीर समस्या है। खेती को उद्योग के समान बनाने की आवश्यकता है। पीएम नरेन्द्र मोदी किसानों की आय दोगुणा करने एवं किसानों के उत्थान, विकास व आर्थिक मजबूती को लेकर चिंतित हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के लिए वैज्ञानिक विशेष बीज तैयार करने पर विचार करें।

मधुबनी के राजद विधायक समीर कुमार महासेठ ने कहा कि यह आपदा का क्षेत्र है। मधुबनी में उद्योग का दर्जा होना आवश्यक है। कृषि, स्वास्थ्य एवं उद्योग के क्षेत्र में विकास जरूरी है। वहीं विधान पार्षद घनश्याम ठाकुर ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी किसानों के सच्चे हितैषी हैं। किसानों की आय बढ़ाने एवं उनकी खुशहाली के लिए कार्य कर रहे हैं।

इस मौके पर एसके चौधरी शिक्षा न्यास के अध्यक्ष डा. संत कुमार चौधरी, एलएनएमयू के कुलपति डा. एसपी सिंह, पूर्व एमएलसी डा. दिलीप कुमार चौधरी, न्यासी अशोक कुमार चौधरी, डायरेक्टर जेनरल डा. पी चन्द्रशेखर, उमाशंकर प्रसाद गुप्ता, मी जेन्स, प्रो. शिवशंकर झा, प्रो. शिवशंकर झा, परवेज आलम, देवेन्द्र प्रसाद यादव, शशिभूषण सिंह सहित अन्य लोगों ने विचार प्रकट किया। इसके साथ ही तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कृषि सह स्वास्थ्य महोत्सव का समापन हो गया।

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