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बिना कोचिंग के की UPSC परीक्षा की तैयारी, 2 बार फेल के बाद बनी IAS अधिकारी
भारत देश में UPSC सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा मानी जाती है। इसके लिए विद्यार्थी दिन के 11 से 14 घंटे तक की निरंतर तैयारी करते हैं। IAS बनने की चाह में युवा कोचिंग संस्थान में नामांकन लेकर इसकी अच्छी तैयारी करते हैं, इसके लिए अच्छी–खासी कोचिंग फीस भी लगती है। किसी IAS से ही IAS परीक्षा की रणनीति के बारे में बेहतर तरीके से जाना जा सकता है। कहानी बिहार की वैशाली की सर्जना यादव की, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के स्वयं पढ़ाई कर सिविल सर्विसेज की तैयारी की और UPSC के जारी परिणाम में 126वां रैंक हासिल कर सफलता के झंडे गाड़ दिए।
बिहार राज्य के वैशाली से आने वाली सर्जना के पिता भी IAS अफसर थे। परन्तु इनके घर में इसको लेकर पढ़ाई का माहौल शुरू से ही था। इसलिए सर्जना भी IAS बनना चाह रही थी। 10वीं और 12वीं की पढ़ाई गाँव से ही करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली का रुख किया। दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सर्जना टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी
ऑफ़ इंडिया में रिसर्च अधिकारी रहते हुए ही सिविल सर्विसेज की तैयारियाँ करती रहीं। शुरुआती दोनों प्रयास में सर्जना को और सफलता हाथ लगी।
जॉब करना और UPSC की तैयारी करना ये दोनों एक साथ सर्जना के लिए कठिन भरा काम था। इसलिए उन्होंने जॉब को त्यागपत्र दे दिया। अब बिना किसी कोचिंग क्लासेस को ज्वाइन करें ही, घर पर ही एक विशेष रणनीति बनाकर UPSC की तैयारियों पर अपना ध्यान एकत्रित किया। सर्जना UPSC की परीक्षा दी। उनकी मेहनत रंग लाई, UPSC के जारी परिणाम में सर्जना ने जीत हासिल करते हुए 126 वीं रैंक हासिल की। अपने परिवार के सपनों को साकार किया।
सर्जना UPSC की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए कहती है, न्यूज पेपर पढ़ने की आदत डाल लेनी चाहिए। प्रतिदिन न्यूज पढ़ने से करंट अफेयर्स और तत्कालीन मुद्दों से जुड़ी जानकारी प्राप्त होती रहती है। जो बहुविकल्पीय में काफी कारगर सिद्ध होता है। किसी Online वेबसाइट के जरिए भी इसे पढ़ा जा सकता है। सर्जना कहती है, UPSC का सिलेबस काफी बड़ा होता है। जिसको 2-3 किताबों से भी तैयारी करना बहुत मुश्किल होता है, इसलिए किसी एक अच्छे किताब से ही इसकी तैयारी करें।
साथ ही UPSC की तैयारियों के लिए सुझाव देते हुए सर्जना कहती है, इसके लिए जिन्हें गाइडेंस की आवश्यकता है, वही कोचिंग क्लासेस का रूख करें। जो आत्मविश्वास से भरपूर है, अपने शिक्षा के प्रति उन्हें पूरी प्रतिबद्धता है। वैसे अभ्यर्थियों जो स्वाध्याय करके ही इसकी तैयारी करे और इसका परीक्षा दे नि:संदेह उन्हें सफलता जरूर मिलेगी।
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