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दो प्रयास में असफल एक में अच्छा रैंक नहीं, फिर भी नहीं मानी हार और चौथे प्रयास तीसरा रैंक ला बनी IAS

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भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी क्रेक कर आईएस बनने का सपना लाखों अभ्यर्थी देखते हैं। कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं, जिन्हें काफी लंबे संघर्ष और कई बार मिली असफलताओं के बाद यूपीएससी में कामयाबी मिलती है। एक ऐसे ही कहानी है यूपीएससी के घोषित नतीजे में देशभर में तीसरी रैंक हासिल करने वाले आईएएस अफसर अंकिता जैन की।

दिल्ली से आने वाली अंकिता जैन पढ़ाई में बचपन से ही होनहार छात्रा रही है। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली टेक्नोलाॅजिकल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में चढ़ावा टेक्नीशियन की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के बाद प्लेसमेंट हुआ और निजी कंपनी में नौकरी लगी। अपने नौकरी से असंतुष्ट अंकिता ने नौकरी छोड़ सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी।

अंकिता ने यूपीएससी का एग्जाम दिया। पहले प्रयास में असफलता हाथ लगी। दूसरे प्रयास में एग्जाम क्लियर हुआ लेकिन मनचाहा पद नहीं मिला लिहाजा उन्होंने तैयारी जारी रखी। इंडियन अकाउंट सर्विस के पद पर होते हुए उन्होंने यूपीएससी की तीसरी बार एग्जाम दी लेकिन इस बार एग्जाम भी क्लियर नहीं कर सके।

अंकिता ने बेहतर तैयारी के साथ चौथा अटेम्प्ट दिया। मेहनत रंग लाई और इस बार यूपीएससी के जारी परिणाम में अंकिता ने देशभर में तीसरी रैंक लाकर सफलता प्राप्त किया और IAS अधिकारी बनी। अंकिता के पति अभिनव त्यागी आईपीएस अधिकारी है। बहन वैशाली जैन ने भी ऑल इंडिया में 21वीं रैंक हासिल कर IAS अफसर बनी है।

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