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BIHAR

टोक्यो पैरालंपिक में देश के लिए कांस्य जीतने वाले बिहार के शरद को मिला अर्जुन अवार्ड

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टोक्यो पैरा ओलंपिक में ऊंची कूद प्रतियोगिता में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने वाले बिहार के शरद कुमार अर्जुन पुरस्कार से नवाजे गए हैं। मुजफ्फरपुर से आने वाले शरद कुमार ने अर्जुन पुरस्कार केंद्र सरकार और खेल मंत्रालय को समर्पित किया है। शरद ने कहा है कि केंद्र, खेल मंत्रालय व भारतीय खेल प्राधिकरण ने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया है जिसके कारण ही आज यह मुकाम हासिल हुआ है। 18 महीने में ही बचपन में पोलियो से ग्रसित होने वाले शरद कुमार ने कई सफलताएं हासिल कर बिहार का नाम रोशन किया है।

खेल मंत्रालय ने ही शरद को अत्याधुनिक प्रशिक्षण के लिए यूक्रेन भरा था। जिसके बाद शरद ने 2018 में एशियाड में स्वर्ण और इस साल टोक्यो पैरालिंपिक में कांस्य जीतने जीतने में कामयाब रहे। अर्जुन अवार्ड पाने से पहले शरद कुमार को योगी सरकार ने 1 करोड़ रूपए की धनराशि से सम्मानित किया था। शरद कहते हैं कि अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी खेल नीति बनाकर खिलाड़ियों को उनकी योग्यता के अनुसार सम्मानित किया जाए। पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को नौकरी मिले। खिलाड़ी किस्मत के भरोसे ना रह कर मेहनत करें जिससे उन्हें सफलता मिलेगी।

शरद के पिता सुरेंद्र कुमार और बड़े भाई ने कहा कि हमलोगों के लिए यह गौरव का पल है जब शरद 18 महीने के तब उन्हें पोलियो ने अपना शिकार बना लिया था। तब किसी ने सोचा नहीं था कि शरद इतनी बड़ी कामयाबी हासिल करेंगे। मेहनत के दम पर मुकाल मुकाम हासिल करने वाले शरद की कामयाबी से हर कोई खुशी से गदगद है। शरद के पिता इस बात से बेहद खुश है कि वह अपने बेटे के अर्जुन पुरस्कार लेने का गवाह बने हैं।

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