BIHAR
अंडरग्राउंड बनेगा पटना PMCH का मेट्रो स्टेशन, हॉस्पिटल कैंपस में बनेंगे दो गेट
राजधानी पटना में निर्माण हो रही मेट्रो के प्रस्तावित PMCH स्टेशन का अब भूमिगत निर्माण किया जाएगा। हालांकि इसे पहले जमीन के ऊपर निर्माण का प्रस्ताव था। स्टेशन परिसर के भीतर प्रवेश या निकास के लिये दो द्वार रहेंगे। यह जानकारी रविवार को अधिकारियों द्वारा दी गई।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम के एक बयान के मुताबिक 31 किमी लंबी पटना मेट्रो रेल परियोजना से राजधानी में 10 लाख से अधिक यात्रियों को लाभ मिलने की उम्मीद है। इस परियोजना में दानापुर-मीठापुर-खेमनी चक कॉरिडोर (लाइन-1)व पटना रेलवे स्टेशन-पाटलिपुत्र बस टर्मिनल कॉरिडोर (लाइन-2) शामिल हैं। आपको बता दें कि DMRC प्राचीन शहर में मेट्रो लाइनों के निर्माण में पटना मेट्रो रेल निगम की मदद कर रहा है।
#बिहार का प्रतिष्ठित #पटना_मेडिकल_कॉलेज_हॉस्पिटल शीघ्र जुड़ेगा मेट्रो से।#पटना_मेट्रो रेल परियोजना के तहत भावी #PMCH मेट्रो स्टेशन की लाइन अस्पताल परिसर के नीचे से होकर गुजरेगी। जो 14.45 किमी. लंबे #पटना जंक्शन-#पाटलिपुत्र बस टर्मिनल कॉरिडोर (लाइन-2) का हिस्सा होगी।#PatnaMetro pic.twitter.com/KY1nX5YfcW
— PIB in Bihar 🇮🇳 (@PIB_Patna) April 3, 2022
डीएमआरसी ने कहा कि पटना के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) को शीघ्र ही मेट्रो से कनेक्ट किया जाएगा, क्योंकि पटना मेट्रो रेल परियोजना के अंतर्गत आने वाला PMCH मेट्रो स्टेशन अस्पताल परिसर के नीचे से होकर गुजरेगा। अधिकारियों ने बताया कि यह मेट्रो स्टेशन उन लोगों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा जो चिकित्सा के लिए PMCH आएंगे।
PMCH मेट्रो स्टेशन पीएमआरसी के 14.45 किमी लंबे पटना रेलवे स्टेशन-पाटलिपुत्र बस टर्मिनल कॉरिडोर (लाइन-2) का हिस्सा होगा। डीएमआरसी ने अपने बयान में कहा कि PMCH स्टेशन को पहले जमीन के ऊपर बनाने का प्रस्ताव जाना था। लेकिन बाद में यह महसूस किया गया कि जमीन के ऊपर स्टेशन बनाने से बड़ी संख्या में आस-पास के छोटे-दुकानों व संरचनाओं को आंशिक या पूर्ण रूप से ध्वस्त करना पड़ेगा।
इसके अलावा व्यस्त सड़क पर स्टेशन के निर्माण से सड़क यातायात ठप हो जाएगा, क्योंकि कैथोलिक चर्च और पीएमसीएच के बीच अशोक राजपथ की चौड़ाई काफी संकरी है। अतः इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए इस स्टेशन का निर्माण भूमिगत करने का निर्णय लिया गया है। आपको बता दें कि जहाँ एक तरफ PMCH परिसर गंगा नदी के एक किनारे है तो वहीं दूसरी तरफ पुराना अशोक राजपथ है। मूल रूप से ‘प्रिंस ऑफ वेल्स मेडिकल कॉलेज’ के नाम से जाने जाने वाले ऐतिहासिक संस्थान की स्थापना तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स की वर्ष 1921 में हुई पटना यात्रा की स्मृति में 1925 में की गई थी।
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