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IAS मोनिका यादव, ऊँचे पद पर होने के बावजूद अपनी परंपरा और संस्कृति से जुड़ी हुई है
विश्व में जब कहीं भारत और भारतीयता की बात होती है तो ऐसे में भारतीय संस्कृति की चर्चा ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता। भारतीय संस्कृति हम भारतीयों के लिए किसी अनमोल विरासत से कम नहीं। परंतु आधुनिकता के दौर में पाश्चात्य सभ्यता से प्रभावित होकर कुछ लोग अपनी संस्कृति भूलने लगे हैं, पर बहुत से लोग ऐसे हैं जो सफलता की ऊंचाइयों पर जाने के बावजूद अपनी संस्कृति से जुड़े रहते हैं। आईएस मोनिका यादव एक उदाहरण स्वरुप है जो आईएएस बनने के बावजूद अपनी संस्कृति और परंपरा से जुड़ी हुई हैं।
मोनिका राजस्थान के सीकर जिले के लीसाड़ियां गांव की रहने वाली है। मोनिका यादव 2017 बैच की आईएएस अधिकारी है। यूपीएससी की परीक्षा में 403 रैंक प्राप्त कर रेल यातायात सेवा अधिकारी (अधिनस्थ सेवा) बनी। मोनिका अपनी परंपरा और संस्कृति को काफी ज्यादा महत्व देते हैं। इस लेख में संलग्न तस्वीर को देखकर आप समझ सकते हैं की एक आईएएस होने के बावजूद मोनिका अपनी संस्कृति से कितनी प्रभावित हैं और उसे कितना महत्व देती है।
मोनिका हरफूल सिंह यादव आरएएस है जो राजस्थान विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत हैं। मोनिका पिता को मार्गदर्शक मानती हैं। वह अपने पिता से काफी प्रभावित और प्रेरित रही और पहले ही प्रयास में यूपीएससी में 403वीं रैंक से सफलता पाकर गांव के साथ-साथ पूरे राज्य को गौरवान्वित किया था।
मोनिका के पति सुशील यादव भी आईएएस अधिकारी है और एसडीएम के तौर पर कार्यरत हैं। सुशील यादव बताते हैं कि पारंपरिक वेशभूषा में मोनिका की तस्वीर उस वक्त की हैं जब मोनिका माँ बनी थी। उन्होंने बताया कि मोनिका को सामाजिक परंपराओं और संस्कृति से काफी प्रभावित हैं। वो परंपरा संस्कृति को काफी महत्व देती हैं और लोगों को इससे जोड़ने का प्रयास करती हैं।
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