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ग्रामीण इलाके से आने वाले रवि ने तीसरे प्रयास में क्लियर किया यूपीएससी, अभ्यर्थियों को देते हैं ये सलाह।
देश की सबसे मुश्किल परीक्षा यूपीएससी को क्लियर करने में अभ्यर्थी को वर्षों का इंतजार करना पड़ता है। कहानी एक ऐसे आईएएस अफसर की जिन्होंने ग्रामीण इलाके से आकर तीसरे प्रयास में सफलता पाई और लोगों युवाओं के रोल मॉडल बन गए।
झारखंड के दुमका के ग्रामीण इलाके से आने वाले आईएएस रवि आऩद ने शुरुआती पढ़ाई गांव से ही की। फिर 12वीं के बाद कोटा का रुख किया। आईआईटी प्रवेश परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन का परिणाम आईआईटी खड़गपुर में दाखिले के रूप में मिला। बीटेक की पढ़ाई पूरी की और पढ़ाई पूरी होते ही रिलायंस कंपनी में नौकरी लगी।
नौकरी से असंतुष्ट रवि ने यूपीएससी परीक्षा देने की ठान ली। नौकरी छोड़ कर दिल्ली आकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। रवि के बड़े भाई भी इसकी तैयारी कर रहे थे। दोनों भाई मिलकर यूपीएससी की तैयारी करने लगे। पढ़ाई में शुरू से ही होनहार रवि ने तीसरे प्रयास में यूपीएससी में बाजी मारी। साल 2017 के जारी परिणाम में ऑल इंडिया में 79वीं रैंक हासिल की और आईएएस अधिकारी बन गए।
यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए रवि सलाह देते हैं। ग्रेजुएशन के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू करनी चाहिए और रोजाना समाचार पत्र एनसीईआरटी किताब लेने से तैयारी और भी अच्छी हो जाती है। स्टडी मटेरियल और इंटरनेट का सहारा लेकर भी इसकी तैयारी अच्छी ढंग से हो सकती है वैकल्पिक विषय का चुनाव सही ढंग से करें और निरंतर मेहनत कठिन परिश्रम के बावजूद ही यूपीएससी में सफलता मिलेगी।
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