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पिता करते थे मजदूरी, गरीबी को पीछे छोड़ बेटी ने क्रैक किया यूपीएससी, अब बनेंगी अधिकारी

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भारत के युवाओं में यूपीएससी के प्रति इतनी दीवानगी होती है कई बाधाओं और भविष्य की चिंता छोड़ यूपीएससी की तैयारी में जुट जाते हैैं। अपने प्रतिभाओं से सफलता पाकर दूसरे अभ्यर्थियों के लिए भी मिसाल बन जाते हैं। एक ऐसे ही कहानी मजदूर पिता की बेटी एस. अस्वती की जिन्होंने आईटी की नौकरी छोड़ दी और शुरुआती असफलताओं से हार मान कर चौथे प्रयास में यूपीएससी में 481 वीं रैंक लाकर कामयाबी हासिल की।

अश्वथी केरल के तिरुअनंतपुरम से आते हैं। 12वीं की पढ़ाई के बाद अस्वती ने इंजीनियरिंग में दिलचस्पी बढाई। गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के बाद नौकरी लगी। आईटी नौकरी के दौरान ही उन्होंने सिविल परीक्षा की तैयारी शुरू कर। नौकरी और तैयारी दोनों एक साथ मुश्किल था इसलिए उन्होंने साल 2017 में नौकरी छोड़कर पूरी तरह अपना ध्यान सिविल सर्विसेज में लगा दिया।

शुरुआती तीन प्रयास में मिली असफलताओं ने एस. अस्वती को सोचने पर मजबूर कर दिया। लेकिन अस्वती ने यूपीएससी की तैयारी जारी रखी। चौथे प्रयास में सफलता अर्जित करते हुए ऑल इंडिया 481 वीं रैंक लाकर अश्वथी ने परिवार के सपनों को साकार किया और दूसरे लोगों के लिए भी प्रेरणा बन गई। अश्वथी 27 साल की उम्र में अब अधिकारी का पद संभालेगी। अश्वथी के कामयाबी पर माता और पिता बेहद खुश हैं। सब लोग बधाई दे रहे हैं।

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