BIHAR
बिहार में हो रही जमीन की कमी, उद्योगपतियों को जमीन उपलब्ध कराने के लिए नीतीश सरकार उठाएगी ये कदम
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने मंगलवार को कहा कि बिहार में पिछले एक वर्षो में 60 औद्योगिक ईकाईयों की स्थापना के लिए कुल 350.52 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में न तो उद्योगों की कमी है और न ही रोजगार सृजन के लिए प्रयासों की। बिहार विधान परिषद में प्रश्नों का जवाब में उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी बिहार में बहुत से उद्योगपति जमीन की तलाश कर रहे हैं और जमीन का अभाव हो रहा है। सदन में सदस्य नीरज कुमार द्वारा किये प्रश्न के जवाब में बिहार के उद्योग मंत्री ने कहा कि बिहार में मौजूदा इंडस्ट्रियल पार्क्स में भी जो पुरानी जमीनें खाली हो रही है, जमीनों की बढ़ती मांग की वजह से अन्य राज्यों की तर्ज पर उनका भी फिर से निविदा आमंत्रित करने पर विचार किया जा रहा है।
वहीं सदस्य सर्वेश कुमार के प्रश्न का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में उद्योग के क्षेत्र में काफी उम्मीदें हैं और उसके लिए भी बड़े रिफॉर्म किए जा रहे हैं। हुसैन ने कहा कि बिहार में अब उद्योगों का माहौल बदला है।उन्होंने कहा कि जब हम बिहार इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति लेकर आए तो कुल 151 इथेनॉल उत्पादन ईकाईयों को स्थापित करने के लिए निवेश प्रस्ताव आए जिससे 172 करोड़ लीटर वार्षिक ईथेनॉल उत्पादन होता, किन्तु सिर्फ 36 करोड़ इथेनॉल का कोटा केंद्र से मिला। जिसके कारण पहले चरण में सिर्फ 17 इथेनॉल उत्पादन ईकाईयों का ही स्थापना हो पा रही हैं।
उद्योगों के लिए जमीन की कमी पूरा करने के लिए 27 नंवबर 2021 को BIADA Private Land Purchase Policy भी लाई गई है जिसके तहत प्राइवेट जमीनें भी अधिकतम एग्रिकल्चर सर्किल रेट पर उद्योग के लिए दी जा सकती है।
आज बिहार विधान परिषद में मा. सदस्य श्री नीरज कुमार जी के प्रश्न का उत्तर दिया
— Syed Shahnawaz Hussain (@ShahnawazBJP) March 8, 2022
इन 17 इथेनॉल उत्पादन ईकाईयों में से 4 बनकर तैयार हो गया है और उनसे उत्पादन का ट्रायल रन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में 30 लाख मैट्रिक टन मक्का उत्पादन होता है। बिहार में इथेनॉल उद्योग के लिए बड़ी संभावना है और किसानों की आमदनी बढ़ाने में ये काफी कारगर साबित होगा। उद्योग मंत्री ने कहा कि राज्य में अब टेक्सटाइल एवं अन्य प्रक्षेत्र में उद्योगों को तेजी से आगे बढ़ाने की योजना है। उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार हो चुका। है और इसे मंजूरी मिलते ही बिहार में टेक्सटाइल उद्योग भी तेजी से बढ़ेगा। उन्होंने यह भी बताया कि 1000 एकड़ में बनने वाले महत्वाकांक्षी मित्र परियोजना के तहत केंद्र सरकार का मेगा टेक्सटाइल पार्क बिहार को मिले, बिहार उसके लिए बिड करे, इसके लिए भी विभाग पूरे जोर सोर से तैयारी कर रहा है।
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