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बिहार के शहरी इलाकों को जाम से मिलेगी मुक्ति, कवायद शुरू, ये है सरकार की योजना

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शहरी इलाकों में आये दिन जाम की समस्या बनी रहती है। ऐसे में लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए वृहद जिला पथों यानी एमडीआर को चौड़ा किया जाएगा। ऐसे सड़कों को चिन्हित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है, जहां जाम की समस्या अधिक बनी रहती है, ऐसे सड़कों को कम से कम दो लेन चौड़ा किया जाएगा। आवश्यकतानुसार कुछ सड़कों को दो‌ लेन से भी ज्यादा चौड़ा किया जाएगा। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि सूबे में सिंगल लेन की सड़के अधिक है। ऐसे सड़कों को इंटरमीडिएट लेन में तब्दील किया जाएगा। जबकि इंटरमीडिएट लेन सड़कों को दो लेन में तब्दील करने की योजना है।

विभाग में प्रारंभिक स्तर पर ऐसे सड़कों के चौड़ीकरण के लिए कवायद प्रारंभ कर दी गई है। इंजीनियर से रिपोर्ट तलब करने को कहा गया है कि जिन सड़को पर ट्रैफिक का लोड अधिक है। उन सड़कों के चौड़ीकरण में जमीन सम्बन्धी समस्या कहां तक हैं। यदि जमीन का अधिग्रहण कम करना पड़े तो उसे तत्काल में उसे चौड़ा किया जाएगा। सूबे में फिलहाल अभी 15 हजार 273 किमी एमडीआर है।

हालांकि इन सड़कों की चौड़ाई अलग-अलग है। आपको बता दें कि कुल 6254.05 किमी सिंगल लेन की सड़कें हैं, जो कुल एमडीआर का 41.78 प्रतिशत है। इन सड़कों की चौड़ाई अधिकतम 3.75 मीटर है। MDR में सबसे अधिक इंटरमीडिएट लेन की सड़कें हैं।

इस तरह की सड़कों की कुल लंबाई 6341.47 किमी है, जो कुल सड़कों का 42.36 प्रतिशत है। ये सड़क 5.50 मीटर चौड़ी है। वहीं दो लें वाली कुल 2092 किमी लंबी सड़क है। जो कि कुल सड़कों का 13.98 प्रतिशत है। इसकी चौड़ाई 7 मीटर होती है। आपको बता दूं कि पेब्ड शोल्डर के साथ टू लेन वाली सड़कों की चौड़ाई 10 मीटर होती है। वहीं, दो लेन से अधिक यानी फोर लेन वाली सड़कों की कुल लंबाई 281.76 किमी है। जो एमडीआर का मात्र 1.98 प्रतिशत है।

ऐसी सड़कों की चौड़ाई कम से कम 14 मीटर होती है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में विभाग ने अलग-अलग योजनाओं मसलन राज्य योजना, गैर योजना, नाबार्ड, आरसीपीएलडब्ल्यूईए, CRF, इंडो नेपाल बॉर्डर रोड परियोजना के अंतर्गत 1096.21 किमी वृहद जिला पथों का नवीकरण हुआ है। और वित्तीय वर्ष 2022-23 में इससे अधिक सड़कों का नवीकरण आगामी किया जाएगा।

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