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बिहार का भोजपुर जिला एथेनाल उत्पादन में एशिया स्तर पर बनाने जा रहा नया रिकार्ड, जाने पूरा डिटेल्स

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 बिहार के भोजपुर जिले के गड़हनी, देवढ़ी स्थित बिहार डिस्टलरीज एण्ड बाटलर्स कंपनी एशिया में सबसे अधिक एथेनाल का उत्पादन करेगा। प्रति दिन यहां 4 लाख लीटर एथेनाल का उत्पादन किया जाएगा। मार्च 2022 से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। कंपनी पहले से भी प्रतिदिन ढाई लाख लीटर एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ENA) का उत्पादन करती है। आपको बता दें कि केंद्रीय पथ परिवहन एवं राष्‍ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने को कहा है। जो पेट्रोल के साथ एथेनाल का भी उपयोग ईंधन के लिए कर सकेंगे। इससे प्रदूषण भी कम होगा।

एथेनाल की आपूर्ति पेट्रोलियम कंपनी करेगी जीसके लिए एक्सप्रेशन आफ इंटरनेस्ट जारी किया गया है। उसमें एथेनाल उत्पादन का जिम्मा बिहार में 10 नई कंपनियों को मिली है। इसके पहले 6 कंपनियों को एथेनाल उत्पादन के लिए लाइसेंस मिली थी। भोजपुर स्थित कंपनी की क्षमता सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि एशिया के सबसे अधिक एथेनाल बनाने वाली कंपनी से भी अधिक होगी। चंड़ीगढ़ की कंपनी प्रतिदिन ढाई लाख लीटर उत्पादन करती है। एथेनाल उत्पादन के लिए कंपनी ने जिले में ढाई सौ करोड़ रुपये निवेश किया गया है। इससे बिहार सरकार को प्रतिमाह 3 करोड़ 40 लाख रुपये राजस्व की प्राप्ति होगी। बिहार में शराबबंदी के बाद इस कंपनी में ताले लग गए थे। सर्वोच्च न्यायाल के आदेश पर वर्ष 2018-19 में ईएनए बनाने का काम शुरू हुआ था।

कंपनी के पूर्व के प्लांट में तकनीकी बदलाव की गई है। पहले भी कंपनी ने 150 करोड़ रुपये निवेश की है। कंपनी में पहले से 350 लोगों को रोजगार मिला है। एथेनाल उत्पादन होने से 150 नए लोगों का रोजगार मिलेगा। वहीं, अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। भोजपुर, रोहतास, कैमूर व बक्सर जिले को धान का कटोरा कहा जाता है। यहां भारी मात्रा में चावल बनाए जाते हैं। हालांकि पहले से कंपनी उपरोक्त जिलों से कच्चा माल प्राप्त कर रही है। बता दें कि एथेनाल का उत्पादन गन्ना, चावल व सड़ा भोजन से होता है। एथेनाल का कीमत बाजार में 55 रुपये प्रति लीटर है। इस पर सरकार को GST प्राप्त होती है।

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