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छोटे से गांव में रहकर की UPSC की तैयारी, सेल्फ-स्टडी के बदौलत लगातार तीन बार क्रैक किया UPSC

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यूपीएससी की राह अनिश्चितताओं से भरी होती है। देश की सबसे मुश्किल परीक्षा की तैयारी में अभ्यर्थी सालों गुजार देते हैं इसके बावजूद भी निराशा हाथ लगती है। लेकिन कहानी आईएएस अधिकारी हिमांशु गुप्ता की जिन्होंने छोटे से कस्बे में रहकर इस मुश्किल परीक्षा की तैयारी की और लगातार तीन बार सफलता हासिल कर कामयाबी का परचम लहराया। हाल ही में यूपीएससी-2020 के घोषित नतीजे में हिमांशु ने देशभर में 139वीं रैंक हासिल की है।

हिमांशु उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के ग्रामीण इलाके से आते हैं। सर हर प्रकार से आने वाले हिमांशु के पिता शॉपकीपर हैं। रोजाना पिता के दुकान पर ही हिमांशु अखबार पढ़ पढ़ते थे। अखबार पढ़ते-पढ़ते मन में सिविल सर्विसेज का ख्याल आया और हिमांशु यूपीएससी की राह में निकल पड़े। किसी शहर में रहकर तैयारी करने बजाय हिमांशु घर ही में रहकर तैयारी करते थे इस दौरान सोशल साइट्स का भी सहारा लेते थे।

हिमांशु ने एनसीईआरटी की किताबें को ज्यादा तवज्जो दिया और फिर स्टैंडर्ड बुक से यूपीएससी की तैयारी की। बिना कोई कोचिंग क्लासेज के ही लगातार मेहनत करते रहे। यूपीएससी की परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में हिमांशु ने सफलता हासिल की। 2018 में उन्हें रैंक कम होने के चलते इंडियन रेलवे सर्विस आवंटित हुआ। हिमांशु ने दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी इस बार भी उन्होंने सफलता हासिल की और इस बार उन्हें इंडियन पुलिस सर्विस का पद आवंटित हुआ। लेकिन आईएएस बनने की राह में हिमांशु ने तीसरे बार यूपीएससी एग्जाम देने का फैसला लिया। यूपीएससी 2020 के जारी प्रणामी हिमांशु ने ऑल इंडिया 139 वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने का सपना साकार किया।

यूपीएससी की तैयारी कर रहे अन्य अभ्यर्थियों के लिए हिमांशु सलाह देते हैं कि घर पर आकर बिना कोचिंग क्लासेज के इंटरनेट और डिजिटल रूप से सहारा लेकर भी यूपीएससी की तैयारी कर सकते हैं। अपनी गलतियों को सुधार कर एनालिसिस करते हुए यूपीएससी की तैयारी करनी चाहिए निरंतर मेहनत से ही इस एग्जाम में सफलता मिलती है। लगातार तीनों बार सफलता हासिल कर हिमांशु अन्य अभ्यर्थियों के लिए भी प्रेरणा बन गए हैं।

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