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Prashant Success Story: बिहार के एक किसान के बेटे ने बनाया गंगा नदी मे तैरता हुआ घर, जाने किस जिले मे है यह घर

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prashant success story

prashant success story: वर्तमान समय में आप अनेक विभिन्न प्रकार के भव्य महलों को देखा होगा। ये सभी इमारतों का निर्माण जमीन के ऊपर हुईं हैं। पर, आपने कभी पानी के ऊपर तैरता हुआ मकान देखा है। कुछ ऐसा ही करना मां बिहार के एक इंजीनियर ने किया है। जिसके पश्चात् चारों तरफ इसी की ही बात हो रही हैं।

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दरअसल, यह कारनामा बिहार के एक किसान के पुत्र ने किया है। इस लड़के ने जमीन के ऊपर मकान नहीं बनाया। बल्कि, गंगा नदी के ऊपर तैरता हुआ मकान जुगाड़ टेक्नोलॉजी के द्वारा तैयार किया है। जिसे देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ दूर- दराज से आ रही है।

राज्य के इस जिले में निर्माण किया हुआ तैरता घर

अभी तक आप जमीन पर बने अनेकों प्रकार के भव्य इमारत छोटे एवं बड़े मकान देखे होंगे। पर, बिहार के आरा जिला के लाल इंजीनियर प्रशांत कुमार ने गंगा नदी के ऊपर तैरता हुआ मकान जुगाड़ तकनीकी से तैयार किया है।

जानिए, कितनी हुईं खर्च

इस नए मकान को देखने के लिए लोगों का बहुत ही भारी हुजूम बढ़ रहा है। पर, लोगों के मन में यह प्रश्न है कि आखिर तैरता हुआ मकान के निर्माण करने में कितना खर्चा लगा होगा। आपको मालूम हो, कि इस मकान को निर्माण करने में करीब 6 लख रुपए अभी तक खर्च हो चुके हैं। जबकि, प्रशांत ने बताया कि उन्होंने इस मकान को तैयार करने में कबाड़ में पड़े लोहे, कुर्सी, टेबल आदि का अधिक से अधिक इस्तेमाल किया है।

इस मकान में मिलेगा तमाम सुविधाएं

वहीं, यह मकान नदी के ऊपर तैरता हुआ पूरी तरह से भव्य बनाया गया है। जैसा की जमीन के ऊपर भव्य इमारत इमारते बनाई जाती है। इसमें कुल तीन कमरे बनाए गए हैं। साथ ही इसमें रसोईघर, बाथरूम से लेकर सभी आवश्यक की हर छोटी बड़ी चीजों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

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prashant success story: कैसे बना हाउस वोटिंग का विचार

प्रशांत ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि राज्य में बाढ़ की समस्या हरेक साल बनी रहती है। ऐसे में गवर्नमेंट की तरफ से कोई उत्तम व्यवस्था नहीं की जाती है। जिससे आम जनता को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है, और वे बेघर हो जाते हैं। इसी वजह से उनके मन में विचार आया, और इस योजना पर काम करने लगे।

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