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बिहार के लाल आशुतोष इसरो में बने वैज्ञानिक, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को मानते हैं आदर्श

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बिहार के पूर्णिया जिले में स्थित चुनापुर के मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले आशुतोष कुमार ने अपनी सफलता से पूर्णिया के साथ-साथ पूरे राज्य का नाम रौशन किया है। आशुतोष ने इसरो में वैज्ञानिक पद के लिए आयोजित होने वाले परीक्षा में 22वां स्थान प्राप्त कर इसरो में वैज्ञानिक के तौर पर चयनित हुए है। आसुतोष ने बताया कि उनकी जोइनिंग अलगे माह नवंबर तक होगा।

आशुतोष पूर्णिया स्थित जिला स्कूल से पढ़े हुए है। 12वीं के बाद उन्होंने ओडिशा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और B.Tech पूरा होने के बाद आसुतोष ने दिल्ली स्थित IIT से M.Tech की पढ़ाई पूरी की। आशुतोष देश ले पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानते हैं।

पूर्णिया के एक सामान्य परिवार से आने वाले आशुतोष ने अपने मेहनत, संघर्ष और दृढ निश्चय के बदौलत इसरो में वैज्ञानिक बनने तक का सफर तय किया है। आसुतोष के पिता प्रकाश झा ने बताया कि आसुतोष के सफलता का सफर संघर्ष भरा रहा है, आगे बताते है की अपने बेटे को पढ़ाने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया है।लॉकडाउन के दौरान जब परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी तब भी आसुतोष हार नही माने और उन्होंने प्राइवेट नौकरी करते हुए पढ़ाई जारी रखी और परिवार को भी संभाला। अब आसुतोष के पिता उनकी सफलता पर गर्व महसूस कर रहे है। आशुतोष की बहन राखी ने कहा कि कि वो चाहती हैं कि उनके भाई आसुतोष अपने आदर्श डॉ अब्दुल कलाम की तरह देश के लिए कुछ बड़ा करे।

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